मध्य प्रदेश में साल 2026 की बाघ गणना का दूसरा चरण नवंबर के दूसरे पखवाड़े से शुरू होने वाला है। रातापानी समेत प्रदेश के नए टाइगर रिजर्व में पहली बार बाघों की गिनती होगी। मौके से ही एप्लीकेशन में डेटा को फीड किया जाएगा।
गणना का दूसरा चरण शुरू होने वाला
बाघ की गणना का दूसरा चरण शुरू होने वाला है। प्रदेश में नए बने रातापानी टाइगर रिजर्व, रानी दुर्गावती नौरादेही टाइगर रिजर्व और माधव टाइगर रिजर्व में पहली बार बाघों की गणना की जाएगी। फर्स्ट टाइम टाइगर रिजर्व के साथ सेंचुरी, संरक्षित और सामान्य वन क्षेत्रों को भी गणना में शामिल किया जा रहा है।
पेपरलेस होगी प्रक्रिया
आपको बता दें कि बाघ की गणना इस बार पूरी तरह से पेपरलेस होगी। अब तक फॉर्म भरकर भेजा जाता था, इस बार वनकर्मी एम-स्ट्राइप एप के नए वर्जन पर सभी डेटा मौके पर ही दर्ज करेंगे। मल, खरोंच, पगमार्क, शिकार के अवशेष जैसे साक्ष्य जीपीएस लोकेशन समेत एप में अपलोड किए जाएंगे।